महान् शिक्षाविद् महर्षि अरविन्द के उपर्युक्त कथन को किसी पत्रिका में पढ़ने के उपरान्त मेरे मन में भी शिक्षा रूपी यज्ञ में कुछ न कुछ हवन करने की बात मन में आयी। मैंने समाज को अच्छे प्रशिक्षित शिक्षक अर्पित करने की बात सोची जो भावी विकसित राष्ट्र के सुशिक्षित एवं सभ्य नागरिक निर्मित कर सकें और एक अच्छे राष्ट्र निर्माण में अपना सहयोग दे सकें । यह बात मैंने अपने पति एडवोकेट श्री रामलाल पिता तुल्य श्वसुर श्री जवाहर प्रसाद माता, चानमती देवी शुभेच्छु श्री राजेश कुमार श्रीवास्तव को बतायी इन्होंने मेरी सोच को सराहा और इस पुनीत कार्य में अपना भरपूर सहयोग देने का आश्वासन दिया।
इस विचार धारा, माता-पिता, सास-श्वसुर, पति, परिवार, शुभेच्छुओं एवं माँ सरस्वती की कृपा के साथ मैं आगे बढ़ी और सन् 2014 में महाविद्यालय
संस्थान को स्थापित करने में लग गयी और अथक प्रयास के बाद प्रशिक्षण संस्थान को सन् 2017 में बी.एड्. एवं डी.एल.एड्. की मान्यता मिली। ये मेरे लिए शुभेच्छुओं, परिवारजनों और मेरे क्षेत्र वासियों के लिए बड़े हर्ष का विषय था कि जो क्षेत्र शहर का पिछड़ा क्षेत्र है वहाँ के युवाओं के लिए एक उच्च शिक्षा संस्थान की स्थापना हो गयी।
यह प्रशिक्षण संस्थान गोरखपुर रेलवे स्टेशन से 5 किमी., बस स्टैण्ड से 5 किमी., बिछिया पी.एस.सी. कैम्प से 3 किमी., गोरखपुर छावनी स्टेशन से 1.50 किमी. की दूरी पर गायत्री नगर, लालगंज, कूड़ाघाट, गोरखपुर उ.प्र. में स्थित है। प्रशिक्षण संस्थान का परिसर शान्त एवं प्रकृति को संरक्षित करने वाला है। संस्थान में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं राज्य शैक्षक अनुसंधान एवं प्रशिक्षिण परिषद् के मानक को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षित एवं अनुभवी शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है। इनके अध्यापन द्वारा संस्थान से अच्छे प्रशिक्षित शिक्षक निकल रहे हैं और अपने शिक्षण कार्य द्वारा समाज व देश के लिए सभ्य एवं सुशिक्षित नागरिक तैयार कर रहे हैं।
मुझे गर्व है कि इन्हीं सब विशेषताओं के कारण अल्प समय में ही प्रशिक्षण संस्थान ने अच्छी ख्याति प्राप्त कर ली है। गतवर्ष संस्थान का परीक्षाफल अच्छे अंकों के साथ शत् प्रतिशत उत्तीर्ण का रहा है। इस प्रशिक्षण संस्थान में प्रवेश लेने के लिए छात्र/छात्राएं लालायित रहते हैं।
मैं प्रबन्धक के रूप में प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य, अध्यापन कर रहे शिक्षकों, स्टाफ एवं अध्ययनरत् छात्र/छात्राओं के मंगलमय भविष्य की कामना करता हूँ तथा आगामी सत्र् में प्रवेश लेकर इस चानमती महाविद्यालय परिवार में जुड़ने वाले भावी छात्र/छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभ कामनाएं देती हूँ।
प्रबन्धक
सिमिरिती देवी
पत्नी एडवोकेट श्री रामलाल